भारत झेल रहा है !!
राष्ट्र विभिन्न प्रकार के आतंक से त्रस्त है. वामपंथी विचारधारा से प्रभावित नक्सली आतंकवाद भी उनमें से एक है. राष्ट्र की सम्पत्ति को नुकसान पहूँचाते ये लाल आतंकी लगतार भारतीयों की जाने ले रहे है....

माओवादियों ने सोमवार सुबह तड़के बिहार में कैमूर जिले के अधौरा थाना अंतर्गत दुद्धा गांव में दो स्कूल भवनों को विस्फोट कर ध्वस्त कर दिया.

करीब 200 की संख्या में उक्त गांव पहुंचे प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सशस्त्र दस्ते ने ग्रामीणों को उनके घरों में बाहर से कुंडा लगाकर बंद कर दिया फिर एक सरकारी स्कूल तथा एक मिशनरी स्कूल के भवनों का डायनामाइट से विस्फोट कर उड़ा दिया. भवनों उड़ाए जाने से स्कूल के लाखों की सम्पत्ति क्षति होने का अनुमान है.

पुलिस के मुताबिक नक्सलियों ने आधंप्रदेश की सीमा के निकट दंतेवाड़ा जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या- 221 पर किरनडूल से हैदराबाद जा रही निजी बस को रोका और उसमें आग लगा दी।


दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने आईएएनएस को बताया, "मानीकोंटा गांव में नक्सलियों ने यात्रियों को जबरन बस से उतारा और फिर उसको आग लगा दी। कुछ यात्रियों के साथ लूटपाट भी की गई।"

छत्तीसगढ़ राज्य के दंतेवाड़ा में रविवार को एक हमले में भारतीय जनता पार्टी के दो नेताओं की माओवादियों द्वारा हत्या कर दी गई है। बीबीसी के अनुसार माओवादियों ने स्थानीय लोगों से कहा है कि वे चुनाव की प्रक्रिया में हिस्सा न लें।   माओवादियों ने चुनावों का बहिष्कार करते हुए कुछ जगहों पर पर्चे बाँटकर चेतावनी दी है कि अगर लोगों ने मतदान किया तो हाथ काट लिए जाएंगे।

इस इलाके में कई स्थानों पर बारूदी सुरंगें बिछी होने की आशंका रहती है। ऐसे में सड़क के रास्ते भीतरी इलाकों में जाकर प्रचार का काम करना और वोट माँगना आसान नहीं रह जाता है।

झारखंड में नक्सली इन दिनों 12 वर्ष उम्र तक के बच्चों को हथियारों का प्रशिक्षण देकर सरकार और सुरक्षा बलों के खिलाफ उतार रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार सीएलए सदस्यों को धनबाद और गिरीडीह जिले के जंगलों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यहाँ बच्चों को सुरक्षा बलों की गतिविधियों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए भी प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं।

बच्चों से ऐसा घृणित कार्य अब तक जैहादी ही करवाते रहे है, अब वामपंथी आतंकी भी इसी राह पर चल नीकले है।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 400 किलोमीटर दक्षिण में स्थित कोंगुपेल्ली गांव के घने जंगल में सोमवार को नक्सलियों ने गश्त लगा रहे सीआरपीएफ दल को निशाना बनाकर बारूदी सुरंग विस्फोट कर दिया और अंधाधुंध गोलियां चलाईं.

 

सीआरपीएफ के 12 जवान घटनास्थल पर ही शहीद हो गए, जबकि छह जवान गंभीर रूप से घायल हो गए.

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर गांव में नक्सलियों  ने घात लगाकर उस समय बारूदी सुरंग विस्फोट किया जब अर्धसैनिक जवानों का दस्ता उस रास्ते से गुजर रहा था.

धमाके में जीप के परखच्चे उड़ गए और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के एक अधिकारी सहित ड्राइवर, एक सब इंस्पेक्टर और चार सिपाही शहीद हो गए.

प्रतिबंधित भाकपा माओवादी के उग्रवादी पंजाब नेशनल बैंक लूटने के इरादे से शहर की तरफ जा रहे थे और पुलिस ने उन्हें गया जिले में इमामगंज प्रखंड के रानीगंज इलाके़ में रोका. इसके बाद हुई मुठभेड़ में नौ लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में छह पुलिसकर्मी, दो नक्सली और एक अन्य व्यक्ति शामिल है. नक्सली पुलिस बल की पांच स्वचालित रायफलें भी लूट ले गए.

इससे पहले नक्सली झारखंड के कई इलाक़ों में हमला कर चुके हैं और बिहार में भी काफ़ी सक्रिय रहे हैं.